गुज़रे वक़्त की यादें कभी पुरानी नहीं होतीं, खासकर तब जब वो कॉलेज के दिनों से जुड़ी हों। सिरोही के लोगों के दिलों में बसने वाला सिरोही कॉलेज एक बार फिर से अपने पूर्व छात्रों की हंसी, गीतों और किस्सों से गूंजने वाला है। आने वाला 29 दिसंबर उन सभी के लिए एक भावनात्मक तारीख साबित होगा जिन्होंने इस कॉलेज की गलियों में दोस्ती, सपने और जवानी के सबसे खूबसूरत दिन बिताए थे।
पूर्व छात्र परिषद् सिरोही द्वारा आयोजित यह भव्य स्नेह मिलन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि पिछली यादों को वर्तमान में जीने का अवसर बनने जा रहा है।सिरोही शहर इन दिनों उमंग और उत्साह से भरा हुआ है, विशेषकर सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर हर कोई इस बहुप्रतीक्षित स्नेह मिलन के इंतजार में है। चर्चा है कि सिरोही कॉलेज के वे पुराने साथी, जिनके साथ कभी क्लासरूम में हसी ठिठोली और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जोश साझा किया था, अब वर्षों बाद फिर एक छत के नीचे मिलने वाले हैं। यह आयोजन न केवल कॉलेज की पुरानी पीढ़ी को जोड़ने वाला साबित होगा, बल्कि सिरोही समाज के सांस्कृतिक और शैक्षणिक गौरव को भी पुनर्जीवित करेगा।स्नेह मिलन समारोह में इस बार विशेष आकर्षण के रूप में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि, साहित्यकार और प्रसिद्ध टीवी कलाकार शैलेश लोढ़ा शिरकत करेंगे। उनकी उपस्थिति इस आयोजन को और भी यादगार बना देगी। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों का सम्मान, सेवानिवृत्त शिक्षकों के प्रति श्रद्धा और सम्मान समारोह, और छात्रों के अनुभव साझा करने का सत्र आयोजित किया जाएगा।कॉलेज की पुरानी यादों को जीवित करते हुए एक विशेष ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति भी प्रदर्शित की जाएगी, जिसमें पुराने समारोहों, सांस्कृतिक आयोजनों और छात्रों के संस्मरणों को दिखाया जाएगा। कार्यक्रम में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, कविता पाठ, नृत्य और संगीत की झलकियाँ भी देखने को मिलेंगी। यह अवसर न केवल पूर्व छात्रों को जोड़ने का, बल्कि वर्तमान छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।आयोजन की खासियत यह भी है कि इसमें कॉलेज के विकास के लिए नए सुझावों और योजनाओं पर भी चर्चा की जाएगी, ताकि आने वाला समय इस संस्थान को और मजबूत बना सके। कार्यक्रम के समापन में स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र वितरण के बाद एक सामूहिक स्नेह भोज भी आयोजित होगा, जो इस दिन को और अधिक आत्मीय और यादगार बना देगा।पूर्व छात्र परिषद् ने समस्त पुराने विद्यार्थियों से निवेदन किया है कि वे समय रहते पंजीयन कराकर इस स्नेह मिलन समारोह का हिस्सा बनें, ताकि वे अपने साथियों के साथ कॉलेज जीवन की उन अमिट यादों को फिर से जी सकें। यह आयोजन सिर्फ उत्सव नहीं बल्कि उन दिलों का मिलन है जो कभी सिरोही कॉलेज की दीवारों में साथ धड़कते थे। जब पुरानी सांसें नई हवा में मिलेंगी, तब सिरोही कॉलेज का हर कोना एक बार फिर वही कहेगा— “वो दिन भी क्या दिन थे।”