एस डी एम कार्यालय आबू को दिखाता ठेंगा, यह निर्माण
माउंट आबू। यह चार मंजिला निर्माणाधीन भवन जो किसी समाज का है। जो एस डी एम कार्यालय से मात्र कुछ ही कदमों पर है। इस भवन के अध्यक्ष पीयूष गोयल को जब पूछा गया कि आप द्वारा निर्माण स्वीकृति ली गई है तो उन्होंने बताया कि इस संबंध में हमारे निर्माण समिति के अध्यक्ष अनिल जैन को सारी जानकारी है। जब समिति अध्यक्ष से इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने भी अध्यक्ष का हवाला देते हुए यह कहा कि मुझे इस विषय पर कोई जानकारी नहीं है आप हमारे अध्यक्ष से बात करें।
अब आप तय कर लीजिए कि आबू में रिनोवेशन के नाम पर नए निर्माणों की झड़ी लग चुकी है। जहां आम लोगो का अपने मकान में आवश्यक रिनोवेशन की परमिशन के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है वही यहां नई इमारतें बिना स्वीकृति के धडल्लें से बन रही है।
नेता और होटल व्यवसायी ने खोली आबू की पोल
घर का भेदी लंका ढाए इस मुहावरे को चरितार्थ करते हुए आबू में हो रहे अवैध निर्माणों का बखान यहां के जंगल विला के मालिक व कांग्रेस नेता देवी सिंह और रॉयल गार्डन के मालिक संजय सिंधल ने बताया कि आबू में 80 प्रतिशत कब्जे व अवैध निर्माण के काम चल रहे है। हांलाकि इन दोनों के निर्माण की परमिशन नहीं है लेकिन आबू में हो रहे इन अवैध निर्माणों की जानकारी देने से नहीं चूके।
सिरोही मिरर न्यूज ने पूरी तत्परता के साथ आबू में हो रहे अवैध निर्माणों की पूरी जांच-पड़ताल कर पोल खोली है। उसके बावजूद भी न तो आबू प्रशासन हरकत में आया और नहीं जिला प्रशासन। यदि इसी तरह से आबू में निर्माण कार्य चलता रहा तो आबू का भविष्य संकट में है।