सेंट जॉन्स स्कूल में गरबा महोत्सव का भव्य आयोजन

0

आबूरोड। सेंट जॉन्स स्कूल में नवरात्रि के शुभ अवसर पर एक भव्य गरबा महोत्सव का आयोजन किया गया,
जिसने स्कूल के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच उत्साह और उमंग का माहौल पैदा कर दिया। यह
आयोजन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को सम्मान देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था, जिसमें सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाचार्या श्रीमती उमा श्याम और सभी शिक्षकों द्वारा भव्य आरती से की गई। मां
दुर्गा की पूजा-अर्चना के इस पावन क्षण ने सभी के दिलों में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया।
आरती के बाद, छात्रों ने माँ दुर्गा के नौ रूपों पर आधारित एक शानदार नाटिका प्रस्तुत की। इस नाटिका में
देवी दुर्गा के शौर्य, साहस और उनके द्वारा राक्षसों का संहार कर न्याय की स्थापना की महागाथा को जीवंत
किया गया। छात्रों की भाव-भंगिमा और संवाद अदायगी ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। दर्शकों ने इस
नाटिका को बहुत सराहा, और यह प्रस्तुति नवरात्रि के महत्व को समझाने में सफल रही।
कक्षा 12 के छात्र विवेक माली ने नवरात्रि में शक्ति पूजा करने के साथ दैनिक जीवन में स्त्री शक्ति के सम्मान
करने की प्रेरणा देते हुए सशक्त कविता का वाचन किया।
इसके बाद छात्रों ने गरबा की मनमोहक प्रस्तुति दी। पारंपरिक गुजराती परिधानों में सजे-धजे छात्रों ने रंग-
बिरंगे डांडिया की लय पर ताल मिलाते हुए गरबा नृत्य किया। उनकी उत्साहपूर्ण और ऊर्जा से भरी प्रस्तुति ने
वहां मौजूद सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान दर्शक भी तालियों की गड़गड़ाहट से उनका
उत्साहवर्धन करते रहे।

विद्यालय के ऑर्केस्ट्रा समूह ने इस गरबा महोत्सव में एक खास योगदान दिया। भद्रेश कुमार जोशी के नेतृत्व
में ऑर्केस्ट्रा टीम ने लाइव बैंड प्रस्तुत किया, जिसमें गरबा की धुनें सुनकर सभी के कदम थिरकने लगे। संगीत
की मधुर ध्वनियों और पारंपरिक रागों ने पूरे माहौल को ऊर्जावान बना दिया। छात्रों और दर्शकों को इस
लाइव म्यूजिक पर गरबा करने का मौका मिला, जिसने इस आयोजन को और भी खास बना दिया।
गरबा नृत्य के बाद छात्रों के लिए एक खास प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सर्वश्रेष्ठ पारंपरिक गरबा
परिधान और सबसे ऊर्जावान नर्तक को चुना गया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्र अपने-अपने
रंगीन और पारंपरिक कपड़ों में बहुत सुंदर लग रहे थे। निर्णायक मंडल ने बड़ी सावधानी से छात्रों का आकलन किया और अंत में सर्वश्रेष्ठ पारंपरिक परिधान और सबसे ऊर्जावान नृत्य प्रदर्शन के लिए विजेताओं की घोषणा की गई। विजेताओं को प्रधानाचार्या श्रीमती उमा श्याम ने पुरस्कार वितरित किए और
उनकी प्रशंसा की।
पुरस्कार वितरण के बाद प्रधानाचार्या श्रीमती उमा श्याम ने अपने संदेश में छात्रों की भव्य पोशाकों और नृत्य
कौशल की तारीफ करते हुए कहा, आज सभी छात्र बहुत ही सुंदर और पारंपरिक परिधान में सजे-धजे हैं,
और यह देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। जैसे माँ दुर्गा ने अपनी शक्ति से सभी राक्षसों का नाश कर सत्य
और न्याय की विजय प्राप्त की, वैसे ही हमें भी अपने भीतर के राक्षसों—जैसे क्रोध, ईर्ष्या, और आलस्य—पर
विजय पानी चाहिए। यह नवरात्रि हमें आत्मशुद्धि और आत्म-परिष्कार का संदेश देती है।
पूरे कार्यक्रम का आयोजन बहुत ही सफलतापूर्वक हुआ, और इसमें सभी ने अपनी-अपनी भूमिका को बखूबी निभाया। इस आयोजन की सफलता का श्रेय आयोजन समिति को जाता है, जिसमें श्रीमती दीपमाला संचोरा, श्रीमती सीता शर्मा, श्रीमती सुनीता शर्मा, और श्रीमती अनामिका संवालका शामिल थीं। उनके कुशल मार्गदर्शन और परिश्रम से यह कार्यक्रम स्मरणीय बन सका।
सेंट जॉन्स स्कूल का यह गरबा महोत्सव सभी के लिए एक यादगार अनुभव रहा, जिसने छात्रों को न केवल
मनोरंजन प्रदान किया, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं से भी जोड़ा।

Leave a Reply

Verified by MonsterInsights