समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम का प्रशिक्षण
सिरोही। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के अंतर्गत स्वास्थ्य भवन के सभागार में जिले के सभी चिकित्सा संस्थान से नर्सिंग ऑफिसर व फार्मासिस्ट को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार की अध्यक्षता में समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम (आईएचआईपी) का प्रशिक्षण दिया गया।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बैठक में जिले में संचालित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम, योजना की अब तक की स्थिति के बारे में स्वास्थ्य कर्मचारियों से वार्तालाप कर समीक्षा की साथ आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। उन्होंने जिले के सभी चिकित्सा संस्थान से नर्सिंग ऑफिसर व फार्मासिस्ट को निर्देशित किया दवाई 3 माह स्टॉक संस्थान पर रखे साथ ही समय पर मरीज की दवाई की पर्ची की एंट्री शत प्रतिशत करे।
उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. दिलराज मीणा ने बताया की समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम (आईएचआईपी) एक रियल टाइम आधारित वेब इनेबल्ड इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ इनफार्मेशन सिस्टम है, जिसमें किसी भी बीमारी के केस के आधार पर स्वास्थ्य संस्था के डाटा को एकत्रित किया जावेगा। यह एक सिंगल विंडो प्लेटफार्म है, स्वास्थ्य विभाग की जानकारी को एक ही पोर्टल पर डाला जा सकता है। आईएचआईपी की शुरुआत आईडीएसपी कार्यक्रम से की गयी है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाले 3 प्रकार के प्रारूप एस, पी और एल को ऑनलाइन भरा जावेगा तथा किसी भी प्रकार की बीमारी का अलर्ट जारी किया जा सकता है।
आरसीएचओ डॉ. विवेक कुमार ने चिकित्सा संस्थान पर मुख्यमंत्री निःशुक्ल दवाई नियमानुसार शत प्रतिशत उपलब्धा रखने के लिए फार्मासिस्ट निर्देश दिये साथ 3 माह का दवाई का स्टॉक संस्थान पर रखने के लिए निर्देशित किया गया।
प्रशिक्षण में आईएचआईपी मोबाइल एप में फॉर्म किस प्रकार भरा जायेगा उसका प्रशिक्षण एसएमओ डब्ल्यूएचओ डॉ. पंकज सुथार ने पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन द्वारा दिया तथा एलएचवी को मोबाइल पर एप इनस्टॉल करवानी की जानकारी दी। जिला एपिडेमियोलॉजीस्ट धनीराम झा द्वारा भी प्रशिक्षण में ओपीडी में आने प्रत्येक मरीज की एन्ट्री सॉफ्टवेयर में प्रतिदिन करवाने के बारे में नर्सिंग ऑफिसर व फार्मासिस्ट को जानकारी दी। इस अवसर डब्ल्यूएचओ मॉनिटर गजेन्द्र सिंह राजपुरोहित, जिला आईईसी समन्वयक दिलावर खाँ के स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे।